ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू; ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू;
हर दिन हम सब कुछ जानकर भी कुछ नहीं जान पाते...इसी जानने और पहचानने की कोशिश है ये छंद मुक्त अभिव्... हर दिन हम सब कुछ जानकर भी कुछ नहीं जान पाते...इसी जानने और पहचानने की कोशिश ह...
वो फुरसत के सुहाने पल दिल आज भी ढूँढता रहता है ! तलाश है कुछ. . वो फुरसत के सुहाने पल दिल आज भी ढूँढता रहता है ! तलाश है कुछ. .
हठ कोई जैसे यह दिल कर बैठा हो खुद को तकलीफ खुद ही यह देता है खुद ही हंसाती है , खुद ही रुलाती है झूठ... हठ कोई जैसे यह दिल कर बैठा हो खुद को तकलीफ खुद ही यह देता है खुद ही हंसाती है , ...
बाढ़ हो या भावनाओं का प्रबल तूफान आए मुझको तो ढहना मना है। भँवर में बहना मना है। बाढ़ हो या भावनाओं का प्रबल तूफान आए मुझको तो ढहना मना है। भँवर में बहना ...
कुछ घुटन-सी है सीने में..तनहा शायर हूं कुछ घुटन-सी है सीने में..तनहा शायर हूं